किस्मत के बारे में किसी ने सही ही कहा है कि कोई नहीं जानता कि कब पलट जाए। कुछ लोग तो किस्मत को कुछ मानते ही नहीं हैं वे केवल अपनी मेहनत के दम पर ही सफलता प्राप्त कर लेते हैं। परंतु कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें कई बार बिना मेहनत करे ही किस्मत के बल पर सब कुछ मिल जाता है। ऐसा ही कुछ तब भी देखने को मिला जब एक युवक को अपने पिताजी की 60 साल पुरानी पासबुक बनवाने पर लाखों कमाने का मौका मिल गया।
इस व्यक्ति के पिता ने सन 1970 में होनोजोसा में एक घर खरीदा था। उस समय घर की राशि करीबन ₹12680 के आसपास की थी। लेकिन उनके जाने के बाद उन्होंने अपने पिता की चीजों को ज्यादा कीमती ना मानते हुए सभी चीजों को एक सामान्य से बॉक्स में रखकर बंद कर दिया लेकिन जब कई सालों बाद बॉक्स खुला तो व्यक्ति की किस्मत ने ऐसी करवट ली कि वह करोड़पति बन गया।
जब होमोजोसा में रखा हुआ वह सामान्य सा बॉक्स कई सालों बाद खोला गया तब उसमें से ऐसा कुछ निकला कि व्यक्ति के होश उड़ गए। सूत्रों की मेने तो व्यक्ति को बाकी पुरानी चीजों के साथ-साथ एक पुरानी बैंक पासबुक और राज्य लिखित गारंटी भी प्राप्त हुई। आपको बता दें कि ब्याज दर और वर्तमान राशि की स्थिति के अनुसार 140000 पैसे का मूल्य आज भारतीय रुपये में 9,33 करोड़ है। लेकिन यह मामला जितना सरल दिखाई दे रहा है इतना है नहीं।
इतने सारे पैसे को पाने के लिए व्यक्ति को जिस चीज की जरूरत थी मैं उस व्यक्ति को मिल चुकी थी यति को सुप्रीम कोर्ट में उस पासबुक को दिखाना अति आवश्यक था जिसके बाद कोर्ट ने इस व्यक्ति के पक्ष में ही अपना निर्णय लिया।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सुप्रीम कोर्ट में दायर एक याचिका के अनुसार एक मिलियन डॉलर वाली पासबुक के बाद और अदालत के निर्णय लेने के पश्चात इस राशि का भुगतान राज्य सरकार द्वारा किया गया। वही हिनोजोसा का मानना है कि यह एक जटिल प्रक्रिया है, फिर भी उसकी मदद की जाएगी।