आपातकाल के नियम और कानून समझाती इंदिरा गांधी
पुरानी दिल्ली के दुजाना हाउस फ़ैमिली प्लानिंग क्लीनिक में 6 सितंबर 1976 को पुरुष नसबंदी के लिए अपना नाम दर्ज कराते हुए
इमरजेंसी घोषित होने के बाद पीएम, इंदिरा गांधी राष्ट्रपति, फ़ख़रुद्दीन अली अहमद से मुलाक़ात करते हुए
देश में आपातकाल घोषित करने के बाद पत्रकारों से घिरी हुई इंदिरा गांधी
आपातकाल लागू होने से पहले जयप्रकाश नारायण ने एक बड़ी रैली का नेतृत्व किया था
नसबंदी से गुजरने वाले पुरुषों को पुरस्कार के रूप में घी और घड़ियां दी गई थीं
आपातकाल के दौरान पुलिस द्वारा एस्कॉर्ट किए जा रहे संजय गांधी. अल्पसंख्यकों की जबरन नसबंदी कराने के कारण लोगों में ग़ुस्सा था
आपातकाल के दौरान संजय गांधी सिर्फ अपने शुभचिंतकों पर ही भरोसा करते थे. जिनमें कमल नाथ और अम्बिका सोनी सबसे पहले आते थे.
जयप्रकाश नारायण ने रामलीला ग्राउंड में रामधारी सिंह दिनकर को उद्धरण करते हुए कहा, 'सिंहासन खाली करो कि जनता आती है
राष्ट्र के कई हिस्सों में आक्रोश, दंगे और विरोध प्रदर्शन