2020 में लगे लॉक डाउन में हम 1 हफ्ता घर में नहीं रह पा रहे थे। वही गुजरात राज्य में राजकोट के किसानपारा गांव में 2 भाई और 1 बहन पिछले 10 साल से एक ही कमरे बंद थे। यह तीनो 10 साल से 4 दीवारी कमरे में ही रह रहे थे। इन्होने इस दौरान सूरज तक नहीं देखा।
साथी सेवा संगठन जो की एक NGO है, को जब इनके बारे में खबर मिली, तब इन्होने इसी रविवार को इनके घर जाकर जबरदस्ती इनको घर से आज़ाद करवाया। इन तीनो ने पहले तो अपना दरवाजा खोलने से इंकार कर दिया था, लेकिन बाद में इनका दरवाजा जबरदस्ती तोड़ कर खोला गया।
वह मौजूद लोगो के मुताबिक इन तीनो भाई बहन ने पिता के कहने पर भी दरवाजा खोलने से इंकार कर दिया था। इसके बाद साथ संगठन ने दरवाजा तोड़कर इनको बाहर निकालने की सोची है। उस कमरे में बहुत गंदगी थी, और इनके सर के बाल और दाढ़ी बहुत ज्यादा बाद चुकी थी। ये तीनो बिलकुल सन्यासी की तरह लग रहे थे।
इनके पिता इनको कमरे में ही खाना देते थे। ऐसा बताया जा रहा है की मानशिक बीमारी के चलते इनको कमरे में बंद रखा गया था। पिता के ऊपर अपने बच्चो को 10 से कैद में रखने का आरोप लगाया जा रहा है। और अब इन्हे इलाज के लिए हस्पताल में भर्ती करवाया गया।