22 मार्च के बाद से भारत में रेलवे कई महीनो तक बन रही थी, लेकिन मालगाड़ी की सेवाए उस समय भी चालू थी। बाद में धीरे धीरे रेल सेवाए चालू तो हो गयी थी। लेकिन पैसेंजर गाड़ी सवारी अभी भी पुरे भारत में शुरू नहीं हुई। आने वाले कुछ दिनों में केंद्र बजट भी आने वाला है। ऐसी खबरें भी आ रही है की इंडियन रेलवे किराया बढ़ाने को लेकर सोच रही है। लेकिन इन सभी खबरें को लेकर रेलवे ने भी अपना बयान जारी किया।
बीते मंगलवार को रेलवे ने कहा- मिडिया पिछले कुछ दिनों से ख़बरें दे रहा है की रेलवे के किराया बढ़ाने की संभावना है। रेलवे ने बताया की सभी खबरे बेबुनियाद और सच्ची नहीं है। किराया बढ़ोतरी पर अभी कोई भी विचार नहीं किया जा रहा है। इंडियन रेलवे ने मीडिया को उपदेश दिया की इस प्रकार की कोई भी खबरें ना छापे।
रेलवे ने पिछले महीने सामान्य ट्रेनों को फिर से चालू करने के बारे में बताया की अभी जल्द ही सभी ट्रैन शुरू हो सकती है लेकिन एक तारीख बताना संभव नहीं। रेलवे ने पिछले साल 2019 को 2020 से तुलना करते हुए बताया की इस साल रेलवे को यात्री सवारी गाड़ी से 87% तक कम आय हुई है।
आगे रेलवे बोर्ड के अद्द्यक्ष वीके यादव ने बताया की 2019 में रेलवे ने 53000 करोड़ की आमदनी की थी। वही इस साल दिसंबर तक 4600 करोड़ की हुई है। मार्च महीने तक 15000 करोड़ तक का अनुमान लगया जा रहा है। आगे बताया की इस नुकसान की भरपाई रेलवे मालगाड़ी से पूरी करने की कोशिश करेगा।