एक अभिनेता के रूप में नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने कई अलग-अलग रोल्स में अपना हाथ आजमाया है। चाहे वह कहानी में एक मुश्किल इंस्पेक्टर की भूमिका निभाना हो या किक में एक विलेन का किरदार। इसके अलावा ठाकरे और मंटो जैसे बायोपिक में भी उन्होंने बेहद मुश्किल किरदार अदा करने से भी पीछे नही हटे।
नवाजुद्दीन इतने बेहतरीन कलाकार है, कि वह मसाला पॉटबॉयलर करने से भी नहीं कतराते हैं और वे किसी भी किरदार को करने में सक्षम है अब वह किरदार चाहे कितना भी मुश्किल क्यों ना हो, नवाजुद्दीन सिद्दीकी उसे करने से पीछे बिल्कुल नहीं हटते है। उन्होने बताया, कि ऐसा कुछ भी नहीं है, जो मैंने अब तक नहीं किया है। दरसल बात यह है कि जब मैं नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में था, तो वहां हम हर तरह के नाटक किया करते थे। संस्कृत भाषा में पारसी गीतों के साथ हमें ऐसे डायलॉग बोलने होते थे जो लंबे हुआ करते थे और वहां हमे एक काफी चिल्लाने की जरूरत पड़ती थी। हमने कई तरह के नाटक किए हैं, जैसे विलियम शेक्सपियर, एंटोन चेकोव इत्यादि। यह एक एक्टर्स का काम होता है, कि वह हर तरह की भूमिकाएं चुटकियो में निभा सके।
यही कारण है कि वह किसी भी अभिनेता को उस प्लेटफार्म के अनुसार लेबल करने के लिए पसंद नहीं करते हैं। जो सबसे अधिक प्रदर्शन करते हैं, जैसे कि टेलीविजन या फिल्म अभिनेता। अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी का कहना है, कि एक्टिंग तो एक्टिंग होती है चाहे पेड़ पर चढ़कर करो स्ट्रीट पे नुक्कड़ नाटक या स्टेज पे, सबसे अच्छा अभिनेता वही होता है, जो हर जगह अपनी कला को प्रदर्शित कर सके। बात एक्टिंग की करो कैटगरीज करना ठीक नहीं है। हर स्टाइल का फिल्म या थिएटर करना चाहिए, इससे इन्हेंसमेंट होता है। यह नहीं कि, पर्टिकुलर एक ही चीज…. यही कारण है, कि मुझे अभिनय पसंद है। मुझे हर फिल्मों के साथ कुछ नया इन्वेंट करने या डिस्कवर करने का मौका मिलता है और मेरा मानना है, कि इससे बेहतर और कुछ हो ही नहीं सकता।
2 दशकों से अधिक के करियर में नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने 30 से अधिक फिल्में की हैं और अपने आप में उनकी जर्नी पलक झपकने से लेकर कई प्रमुख व्यक्ति के लिए प्रेरणा रही है। नवाजुद्दीन सिद्दीकी से एक सवाल करने पर की क्या कभी भी किसी भी फिल्म में जिसे बाद में करने के लिए उसे पछतावा हुआ है? नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने उनका जवाब बड़े ही सादगी के साथ देते हुए कहा, कि स्वीकार करते हैं, कि उसने वास्तव में कुछ फिल्में की है। केवल पैसों के लिए जहां उन्हें अच्छे ऑफर दिए जा रहे थे। हां मैंने पैसों के लिए फिल्म्स करी है और आगे भी करूंगा। मैं ऐसी फिल्में करता हूं, जहां मुझे बहुत सारा पैसा मिलता है। ताकि मैं अच्छा सिनेमा कर सकूं, जहां मुझे पैसे नहीं मिलेंगे यह जो मैं मुफ्त में कर सकता हूं।
मैंने इसे मंटू (2018) के लिए किया मैने इस फिल्म के लिए कोई भी पैसा नहीं लिए। लेकिन उस तीन चार महीने की प्रोसेस के लिए मुझे या तो पैसे के लिए कुछ फिल्म करनी है या उससे पहले संतुलन बनाने के लिए। इसके बाद ही आप मुफ्त में मंटू कर सकते हैं।