कादर खान जिस फिल्म में आते थे, वह फिल्म सुपरहिट हो जाती थी। कादर खान ने अपने बॉलीवुड करियर में कॉमेडियन, विले, डायलॉग राइटर और स्टोरी राइटर में अपने काम से लोगो के दिलों में अपने काम की छाप छोड़ी थी। लेकिन फिल्मों में अपने अभिनय से सबको हसनों वाले कादर खान का बचपन और जीवन बहुत कठिन रहा था। आज इस लेख में हम आपको कादर खान की जिंदगी के शुरुआती समय के बारे में बताएंगे जब इनके पास खाने के पैसे भी नहीं थे।
बहुत कम लोगो को यह बात पता है की कादर खान का जन्म अफगानिस्तान में हुआ था, और कादर खान से पहले इनके माता पिता के तीन बेटे और भी थे। लेकिन वह तीनों भाई लेकिन उन सभी का निधन कम आयु में ही हो गया था। कादर खान के माता पिता जब कादर खान 1 साल के तभी भारत आ गए थे, यहां मुंबई की स्लम एरिया में रहने लगे थे।
कादर खान के माता पिता में मुंबई आकर रिश्ते खराब होने लगे और उन दोनों का तलाक हो गया था। लेकिन बाद में कादर खान के मामा और नाना ने इनकी माँ की दूसरी शादी करवा दी थी। लेकिन कादर खान की अपने सौतेले पिता से रोज झगड़ा होता रहता था।
इनके सौतेले पिता रोजाना कादर खान को उनके पहले पिता के बाद पैसे लेने के लिए भेज देते थे। कादर खान को अपने पिता से जो रूपए मिलते थे वो उनसे अपने घर का सामान लाते और उसके बाद उन्हें खाना खाने को मिलता था।
कादर ने घर में पैसो की तंगी देखते हुए बचपन में ही मजदूरी करना शुरू कर दिया था, लेकिन उनकी माँ उन्हें पढ़ाना चाहती थी। अपनी माँ की बात मानते हुए कादर खान ने अपनी पढ़ाई पूरी की डिग्री प्राप्त की। कादर खान को बचपन से एक्टिंग करने का रूचि थी। कादर खान को पड़ने लिखने में भी रूचि थी।
कादर खान अक्सर कब्रिस्तान के पास एक्टिंग करने की कोशिश किया करते थे। एक बार उनको एक नाटक करने वाले समूह ने देखा और उन्हें अपने साथ काम करने के लिए बुलाया। कादर खान को उस समय नाटक क्या होता यह भी नहीं पता था ओट वो उनके साथ काम करने के लिए राजी हो गए थे। उनके साथ काम करने के लिए 200 रूपए मिले थे, और इस प्रकार उन्हें पहली बार अभिनय करने के पैसे मिले थे।
कादर खान की जिंदगी में सब कुछ बहुत सही सही चल रहा था, और उनकी जिंदगी में खुशियाँ आने लग गयी थी। लेकिन फिर एक दिन ऐसा आया जब उनकी माँ का देहांत हो गया था। उस दिन 1 अप्रैल था और कोई भी उनकी इस बात पर विश्वास करने को राजी नहीं था। क्योंकि सबको यही लग रहा था की यह किसी प्रकार का मज़ाक है। कादर जब अपने घर पहुंचे तो उन्होंने देखा की उनकी माँ की तबीयत खराब है और वो खून की उल्टिया कर रही है। कादर खान जब डॉक्टर को बुलाने के लिए पहुंचे तो डॉक्टर ने आने से साफ इंकार कर दिया था। बाद में इन्होने जबरदस्ती डॉक्टर को अपने घर लेकर आये लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
कादर खान ने बॉलीवुड में अपनी शुरुआत 1971 में फिल्म Fajr Al Islam से की थी। इस फिल्म में इन्होने अभिनय तो नहीं किया लेकिन इनकी आवाज़ इस फिल्म में जरूर इस्तेमाल हुई थी। इसके बाद दाग फिल्म अपने अभिनय की शुरुआत की थी, जो साल 1973 में भारतीय सिनेमा में रिलीज़ हुई थी।