बॉलीवुड फिल्मों में अपनी ग्लैमर का तड़का लगाकर सुर्खियों में आई अभिनेत्री निशा कोठारी अब बॉलीवुड के साथ-साथ सोशल मीडिया से भी कोसों दूर है। अभिनेत्री निशा कोठारी ने अपने 6 साल के करियर में करीबन 10 फिल्में की जिसमें से 8 फिल्म में एक ही डायरेक्टर द्वारा निर्देशित की गई। हाल फिलहाल की बात की जाए तो निशा कोठारी अब एक खुद का फाउंडेशन चलाती हैं और सोशल वर्कर बन अपनी जिंदगी जी रही हैं।
निशा कोठारी ने फिल्मों में आने के बाद अपना नाम निशा कोठारी रखा था। वहीं इससे पहले इनका नाम प्रियंका कोठारी था इसके पीछे एक दिलचस्प कहानी है ।30 नवंबर 1983 को बंगाल में जन्मे प्रियंका कोठारी जब दसवीं क्लास में पढ़ाई कर रही थी। तब अपने परिवार के साथ उन्हें दिल्ली शिफ्ट होना पड़ा जिसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई और डिग्री हासिल की। इनके पिता एक केमिकल बिजनेसमैन थे। इसीलिए वह भी यही चाहते थे कि उनकी बेटी भी इसी बिजनेस में अपनी किस्मत आजमाएं लेकिन प्रियंका कोठारी को तो कुछ और ही मंजूर था।
प्रियंका कोठारी का इंटरेस्ट एक्टिंग की दुनिया काफी ज्यादा था इसीलिए उन्होंने नामित कपूर शक्स की एक्टिंग क्लासेस जॉइन कर ली। वहीं प्रियंका के पिता इस चीज के सख्त खिलाफ थे और प्रियंका उर्फ निशा को रोज तपती धूप में पैदल चलकर एकेडमी जाना पड़ता था। जहां गत जाति परफॉर्म करती और घर लौट आते। फिर एक दिन उनकी मेहनत और किस्मत ने उनका साथ दिया और उन्हें एक ऐड में काम करने का मौका मिल गया जिसके बाद लोगों ने उन्हें उनका नाम बदलने की सलाह दी जो स्कीम में ज्यादा विश्वास ना रखने वाली प्रियंका कोठारी ने लोगों की बातों में आकर अपना नाम प्रियंका से निशा कोठारी कर लिया। जिसके बाद इनके पिता और घरवाले इनसे काफी ज्यादा नाराज हुए। इतना ही नहीं बल्कि अभिनेत्री निशा कोठारी भी एक इंटरव्यू में बताती हैं कि वह भी अपने इस नाम बदलने के फैसले से जरा भी खुश नहीं है।
साल 2003 में अभिनेत्री निशा कोठारी को पहला ब्रेक मिला टीवी एड्स और मॉडलिंग में तो अभिनेत्री निशा कोठारी काफी समय से काम कर रहे थी और अभिनेत्री अपने कदम फिल्म इंडस्ट्री में जमाना चाहती थी एक दिन सभी भी आर्टिस्ट बैठकर आर माधवन के आने का इंतजार कर रहे थे। फिर जैसे ही प्रड्यूसर आर माधवन आते हैं। तो निशा कोठारी इस मौके का फायदा उठाने के लिए आर माधवन से बात करने लगती है और अपने अचीवमेंट और अपने काम के बारे में बताने लगती है जिसके बाद आर माधवन भी उनकी सराहना करते हैं और उन्हें बताते हैं कि तमिल में एक फिल्म बन रही है जेजे जिस की लीड एक्ट्रेस की तलाश जारी है अगर तुम उस का ऑडिशन दो तो हो सकता है सिलेक्ट हो जाओ और ऐसा ही हुआ अभिनेत्री निशा कोठारी को उनका पहला ब्रेक मिल गया फिल्म सुपरहिट साबित हुई पर साल 2003 में निशा कोठारी एक स्टार बन गई।
साल 2002 और 2003 अभिनेत्री निशा कोठारी इस जिंदगी का एक अहम और गेम चेंजर साल साबित हुआ। साल 2002 में अभिनेत्री का गाना “चढ़ती जवानी मेरी चाल मस्तानी रिमिक्स” काफी ज्यादा पॉपुलर साबित हुआ इस गाने से अभिनेत्री ने काफी जवान दिलों पर अपना नाम लिख दिया। इसी गाने से प्रोड्यूसर डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा की नजर अभिनेत्री निशा कोठारी पर पड़ी ।जिसके बाद उन्होंने यह ठान लिया कि इन्हें भी एक अव्वल दर्जे की अभिनेत्री बनाकर रहेंगे जैसा कि उन्होंने अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर के साथ किया।
इसके बाद अभिनेत्री निशा कोठारी और प्रोड्यूसर डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा की दोस्ती की खबरें काफी ज्यादा वायरल हुई वहीं सूत्रों की मानें तो यह दोनों एक दूसरे को डेट भी करने लगे थे। हालांकि इस खबर पर कभी भी दोनों ने खुलकर बात नहीं करी और हमेशा एक दूसरे को अपना अच्छा दोस्त ही बताया करीबन 3 साल निशा कोठारी को ट्रेनिंग देने के बाद पढ़ो सर डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा ने उन्हें दो फिल्में एक साथ दी किस में से पहली फिल्म थी। जमेस् जिस फिल्म मैं अभिनेत्री काफी ज्यादा इंटिमेट सीन देने के कारण सुर्खियों में आई और उन्हें एक सेक्* सिंबल का टैग मिला। इसके बाद अभिनेत्री इसकी दूसरी फिल्म मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन के साथ आई जिसका नाम था सरकार।
प्रदूषण राम गोपाल वर्मा और अभिनेत्री निशा कोठारी के बीच दोस्ती इतनी ज्यादा गहरी हो गई कि प्रोड्यूसर रामगोपाल वर्मा ने अभिनेत्री को एक साथ आठ पिक्चरें दे दी। इसके साथ ही नौबत यहां तक आ गई थी कि जब भी राम गोपाल वर्मा किसी फिल्म को बनाने की सोचते थे और उसकी अभिनेत्री को रिप्लेस कर के निशा कोठारी को ले लेते थे साल 2006 में आई डरना जरूरी है मैं अभिनेत्री का एक आइटम सॉन्ग था। जो कि उन्होंने अभिनेत्री मल्लिका शेरावत को रिप्लेस कर के लिया था जिसके बाद अभिनेत्री निशा कोठारी को आइटम सोंग गर्ल का टैग भी मिला।
लेकिन मात्र 2 साल के अंदर ही इनका कैरियर पटरी से उतर गया और इनकी फिल्में इस कदर पीटने लगी है। कि किसी ने भी इनको अपनी फिल्म में कास्ट करने से ही मना कर दिया रामगोपाल वर्मा के अलावा कोई भी इन्हें अपनी फिल्मों में नहीं रहना चाहता था। इसीलिए अभिनेत्री ने कन्नड़ और तेलुगु फिल्मों की तरह अपने पैर जमाने शुरू करें वही पुनीत राजकुमार संग इनकी एक फिल्म आई जिसमें अभिनेत्री को बेस्ट अभिनेत्री के फिल्म फेयर अवार्ड के लिए नॉमिनेट किया गया ।जिसके बाद अभिनेत्री ने फिर से बॉलीवुड में कदम रखने चाहिए लेकिन फिर से किसी पर भी इनकी अदाओं का जादू नहीं चल पाया साल 2011 में इनकी आखिरी बॉलीवुड फिल्म जिसका नाम था। बिन बुलाये बराती फिल्म का दर्शकों पर कोई भी गहरा असर नहीं पड़ा और यह फिल्म के साथ अभिनेत्री भी बॉलीवुड से गायब दिखाई दी।
साल 2016 में इन्होंने अपने फिल्मी करियर में वापसी जाने की एक आखरी कोशिश करी तेलुगू फिल्म बुलेट रानी में इन्होंने एक पुलिस अभिनेत्री का किरदार निभाया। लेकिन यह फिर भी कब आई और कब गई किसी को पता भी नहीं चला जिसके बाद अभिनेत्री अब दिल्ली में रहकर ही एक सोशल वर्कर बनती हैं और अपना एक फाउंडेशन चलाती हैं और एक खुशहाल जिंदगी जी रही हैं।