दिल्ली- दिल्ली पुलिस ने सिख फॉर जस्टिस के खिलाफ देश द्रोह और UAPA की धाराओं में मामला की जाँच शुरू की है। खबरों के मुताबिक 16 दिन पहले इस मामले को लेकर FIR की गयी थी। भारतीय सरकार सिख फॉर जस्टिस को पहले ही बैन कर दिया था।
सिख फॉर जस्टिस संगठन ने ही कुछ दिन पहले लाल किले पर अपना झंडा फहराने का एलान किया था। इस संगठन ने लाल किले पर झंडा फहराने वाले के ऊपर इनाम भी रखा था। पंजाबी अभिनेता और गायक दीप सिद्धू, सिख फिर जस्टिस मामले पर NIA द्वारा दिए गए समन पर हाजिर नहीं हुए।
खबरों के अनुसार NIA ने समन भेजकर दीप सिधु को जवाह के रूप में 17 जनवरी को अपने दफ्तर बुलाया था। इससे पहले सिधु के ऊपर लोगो को लाल किले पर झंडा फहराने के लिए उत्साहित करने का आरोप लगाया गया था। 26 जनवरी को सिधु को लाल किले पर अपने संगठन के साथ मिल कर अपना झंडा फहराते हुए भी देखा गया।
सूत्रों के मुताबिक सिधु को 17 जनवरी को NIA एजेंसी के सामने हाजिर होना था, लेकिन सिधु वहा नहीं हाजिर हुए। 26 जनवरी को किसानों द्वारा हुई परेड के कारण हुई तोड़फोड़ के कारण, दिल्ली पुलिस ने राकेश, योगेंद्र यादव सहित 37 किसान नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज की गयी।