भारत में आपको किन्नर रेड लाइट, ट्रैन या किसी पब्लिक प्लेस पर आसानी से देखने को मिल जायेंगे। किन्नरों को हमेशा शादी या किसी उत्सव के अवशर पर देखा जाता है। किन्नरों को दान देने से हम सभी पर भगवन विष्णु का आशीर्वाद बना रहता है। ऐसा माना जाता है की एक किन्नर की कभी बद्दुआ नहीं लेनी चाहिए क्योंकि किन्नर जिंदगी भर दुःख में रहता है। अगर वो किसी के लिए कुछ मांग ले तो उसे भगवान जरूरी पूरी करता है।
किन्नर खुद को मंगल मुखी बताते है। जिसका मतलब होता है की वो सभी हमेशा शुभ काम के समय ही आएंगे। भारत में कोई भी किन्नर की बद्दुआ नहीं लेना चाहता इसलिए वह किन्नर को मनचाहा वरदान देते है। हमने अक्सर देखा है की किन्नर जब भी आते है तो वह बहुत ज्यादा पैसों की डिमांड करते है। ऐसे किन्नर अपने समुदाय का नाम खराब करते है। इसके आलावा आज हम आपको किन्नरों को भूलकर भी दान में क्या क्या चीज़े नहीं देनी चाहिए, इन सभी के बारे में बतायेंगे।
पुराने कपडे- हम अपने बच्चो के या अपने पुराने कपड़े गरीबो को दान में दे देते है। लेकिन कभी भी अपने पुराने कपड़े किसी किन्नर को दान मत करना, ऐसा करना एक अपसगुन मन जाता है। इससे आपके परिवार में दुःख आ सकता है।
प्लास्टिक- किन्नरों को कभी प्लास्टिक की कोई भी वस्तु दान नहीं करनी चाहिए। प्लास्टिक दान करने से आपकी तर्रकी रुक जाएगी और घर के सदस्यों की तबियत खराब रहने लग जाएगी।
स्टील के बर्तन- कभी भी किन्नर को भूलकर दान में स्टील का बर्तन नहीं देना चाहिए। ऐसा करने से आप अपने परिवार की सुख शांति छीने सकते हो और साथ ही साथ घर में लड़ाई झगडे होते रहेंगे।
झाड़ू- हमारे पूर्वजों का मानना है की झाड़ू में माँ लक्ष्मी का निवास होता है। इसलिए कभी भी किसी किन्नर को झाड़ू दान नहीं देनी चाहिए। ऐसा करने से आपके घर से लक्ष्मी को वास नहीं रहेगा। और पैसों की तंगी में जीते रहोगे।
तेल- हिन्दू सस्त्रो में तेल का दान करने से गरीबी दूर हो जाती है। लेकिन किन्नर को तेल दान करने से इसके विपरीत हो जाता है और ऐसा करने से गरीबी का आपका पीछा कभी नहीं छोड़ती।